
नव वर्ष में वंदन नया ,
उल्लास नव आशा नई |
हो भोर नव आभा नई,
रवि तेज नव ऊर्जा नई |
विश्वास नव उत्साह नव,
नव चेतना उमंग नई |
विस्मृत जो बीती बात है ,
संकल्प नव परनती नई |
है भावना परिद्रश्य बदले ,
अनुभूति नव हो सुखमई |
किंतु हालात क्या होते हैं :---
सरकार नव आकार नव ,
नेता नया बातें वही |
दुश्मनी की परम्परा वह ,
जो पडौसी भाई वही |
खेल चूहा बिल्ली का ,
चूहा वही बिल्ली वही |
हमले वह आतंक वो ही,
जेहाद औ मज़हब वही |
मुखिया वही करता वही ,
कहता मैं मुखिया नहीं |
कुछ कर सके सरकार मेरी,
दिखता उसे कुछ हल नहीं |
अथवा सब कुछ जानते ,
किंतु अरे हिम्मत नहीं |
स्वच्छता का भरते दम ,
जो स्वच्छ साँसे भी नहीं |
देश की कीमत नहीं है ,
घूस औ रिश्वत वही |
है समय का बीतना ही,
समय की नियति यही |
है नियत सब कुछ जगत में ,
जो हो रहा सब है सही |
==प्रदीप मानोरिया
094 251 32060
चूहा - बिल्ली का खेल = भारत पकिस्तान के परस्पर हालात