Saturday 11 October, 2008

दिल की बीमारी

  • ये जो दिल की बीमारी है
  • किसी को नशा किसी को खुमारी है
  • तो किसी को बन गयी लाचारी है
  • जवानी में जब ये लगता है रोग
  • सुहाती तन्हाई काटते हैं लोग
  • उड़ जाती है भूख और प्यास
  • ऊपर से खुश अन्दर से उदास
  • नींद है गायब ख्वावों में खोया
  • जागते जागते ही लगता है सोया
  • लक्षण है रोग के अत्यन्त गंभीर
  • किंतु नहीं कोई चिकित्सक वीर
  • जो रोग से मुक्ति दिलाये
  • थोड़ी राहत का घूँट पिलाए
  • जवानी के बाद जो हो गए बीत जवान
  • उन्हें बूढा नहीं कहना ही है उनका सम्मान
  • इस बीमारी से बीत जवान हैरान
  • चलने में कभी चढ़ने में परेशान
  • बाहर है साँसों का नियंत्रण
  • नाकाम है दावतों के निमंत्रण
  • बरकरार है भूख और प्यास
  • मिलती है रूखी रोटी सब्जी और घास
  • हलुआ रवडी मिठाई के आते हैं ख्वाव
  • पुराने स्वाद को ही कर लेते हैं याद
  • बेड रेस्ट करो डाक्टर की सलाह
  • दिल की बेजारी नहीं कोई उपाय
  • कमरे में मौजूद एक अदद बीबी
  • सामने कोलाहल परोसती टी वी
  • जवानी में थी फूलों की डाली हीरे की कनी
  • बाजू में बैठी अब लगती है नागफनी
  • वास्तव में
  • राहे इश्क आसान है मुश्किल है डाक्टर की गली
  • दिल की बीमारी तो जवानी वाली ही भली
रचना प्रदीप मनोरिया

24 comments:

L.Goswami said...

HA HA HA SUNDAR LIKHA HAI

Rajeev gupta said...

accha likha hai sir

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया लिखा है।बधाई।

# राहे इश्क आसान है मुश्किल है डाक्टर की गली
# दिल की बीमारी तो जवानी वाली ही भली

विनय राजपूत said...

haaaaaa haaaa aap bhi .....

बहुत ही अच्छा ... समय निकल कर मेरी नई रचनाए पर भी पधारे

शोभा said...

वाह! बहुत सुंदर लिखा है.

BrijmohanShrivastava said...

होमिओपैथी में कुछ लक्षण और उपचार सम्भव है =रोगी का /आपके व्यंग्य का नहीं /ऐ इश्क नहीं आसाँ बीएस इनता समझ लीजे =इक आग का दरिया है और डूब कर जाना है =

seema gupta said...

ये जो दिल की बीमारी है
किसी को नशा किसी को खुमारी है
तो किसी को बन गयी लाचारी है
'ha ha ha ha ha kya baat khee seedha dil se or dil pr, kmal"

regards

Smart Indian said...

हाले दिल हमारा...
बहुत खूब प्रदीप भाई!

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

sundar rachna, dil dhadkane aur fadakne laga

आत्महंता आस्था said...

haan bhai ye dil ki bimari kisi ko nahi chhorti, kisi ko javani me to kisi ko budhape me pareshaan karti hai. vaakai dil se likha hai aapne. http://atmhanta.blogspot.com

राज भाटिय़ा said...

ये जो दिल की बीमारी है
किसी को नशा किसी को खुमारी है
तो किसी को बन गयी लाचारी है
क्या बात है,

kavitaprayas said...

Pradeepji,
दिल की बीमारी तो जवानी वाली ही भली....
kya baat hai !
likhte rahiye.....

महेंद्र मिश्र.... said...

बहुत सुंदर,बधाई.

जितेन्द़ भगत said...

ati sunder. badhayee

दिगम्बर नासवा said...

लगता है करीब से देखा है किसी को
अच्छा ऑपरेशन किया है दिल की बिमारी का

Anonymous said...

pradeepji
apni hi aap-beeti to nahi likhi hai.

----------------------Vishal

Aruna Kapoor said...

Padhh kar dil bag bag ho uthha!..Rachanaon ka swagat hai!

Vinay said...

it's so lovely and fantastic...

स्पंदन said...

bahut sundar, dekhiyega kahin kaiyon ko HEART ATTACK na ho jaaye.
sundar.....BADHAAII

Asha Joglekar said...

ये जो दिल की बीमारी है
क्या बात है भाई जी बढिया वर्णन

भूतनाथ said...

बढिया बहुत बढिया !

Vikram Pratap Singh said...

वजह फ़रमाया जनाब ने

Dr. Ashok Kumar Mishra said...

आपने बहुत अच्छा िलखा है । अापकी प्रितिक्र्या को मैने अपने ब्लाग पर िलखे नए लेख में शािमल िकया है । आप चाहें तो उसे पढकर अपनी प्रितिक्रया देकर बहस को आगे बढा सकते हैं ।

http://www.ashokvichar.blogspot.comं

Manuj Mehta said...

जवानी के बाद जो हो गए बीत जवान
उन्हें बूढा नहीं कहना ही है उनका सम्मान
इस बीमारी से बीत जवान हैरान
चलने में कभी चढ़ने में परेशान
बाहर है साँसों का नियंत्रण
नाकाम है दावतों के निमंत्रण

हास्य और व्यं का मिला जुला मिश्रण. बहुत ही खूब प्रदीप जी
बहुत शानदार