आपकी रगों में दौडता लहू किसी के जीवन की आस हो सकता है
जीवन मृत्यु के इम्तिहान में वह व्यक्ति पास हो सकता है
मज़हब दिल औ दिमाग का संकुचन होता है
पर लहू तो सब इंसान का अकिंचन होता है
आइये हम भी इस अकिंचन लहू का कुछ दान करें
मौत के संघर्ष में लडते इंसान के लिये रक्तदान करें
=प्रदीप मानोरिया
3 comments:
एक अच्छा संदेश...
बहुत सुन्दर !
‘रक्त दान - महादान ’ अति उत्तम अभिव्यक्ति । सबको प्रेरणा मिलनी चाहिए !
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