गीत गज़ल कविता का गुलदस्ता
वाह प्रदीप जीक्या खूब रचनाहास्य, व्यंग, और जीवन के कटु सत्य को दर्शाते ........इतने सुंदर रंग एक ही रचना में बधाई
बहुत खूब!lekin,थोड़ा इंतज़ार करीए ...अगला बजट आ रहा है..शायद कुछ उम्मीद जागे और आप अपना वायदा पूरा कर सकें!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति .....शब्द ...भाव.....सभी कुछ बिलकुल संतुलित .......आभार ....
बहुत खुब..
बहुत सुन्दर लिखा है।
बहुत सुंदर रचना। बहुत बहुत बधाई।
वाह्! बहुत खूब.........
बहुत सुन्दर सर, वाह-वाह.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति. आभार.
बहुत सुन्दर लिखा है।हिन्दी साहित्य .....प्रयोग की दृष्टि से
सच्चाई सामने रख दी..बहुत उम्दा.
मैंने अपने ब्लॉग का पता बदल दिया है। मेरे ब्लॉग का नया पता है :-http://hindisarita.blogspot.com
सुंदर रचना बधाई.समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : वेलेंटाइन, पिंक चडडी, खतरनाक एनीमिया, गीत, गजल, व्यंग्य ,लंगोटान्दोलन आदि का भरपूर समावेश
बस रोना ही है इस महगाई मे
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14 comments:
वाह प्रदीप जी
क्या खूब रचना
हास्य, व्यंग, और जीवन के कटु सत्य को दर्शाते ........
इतने सुंदर रंग एक ही रचना में बधाई
बहुत खूब!
lekin,थोड़ा इंतज़ार करीए ...अगला बजट आ रहा है..शायद कुछ उम्मीद जागे और आप अपना वायदा पूरा कर सकें!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति .....
शब्द ...भाव.....सभी कुछ बिलकुल संतुलित .......
आभार ....
बहुत खुब..
बहुत सुन्दर लिखा है।
बहुत सुंदर रचना। बहुत बहुत बधाई।
वाह्! बहुत खूब.........
बहुत सुन्दर सर, वाह-वाह.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति. आभार.
बहुत सुन्दर लिखा है।
हिन्दी साहित्य .....प्रयोग की दृष्टि से
सच्चाई सामने रख दी..बहुत उम्दा.
मैंने अपने ब्लॉग का पता बदल दिया है। मेरे ब्लॉग का नया पता है :-
http://hindisarita.blogspot.com
सुंदर रचना बधाई.
समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : वेलेंटाइन, पिंक चडडी, खतरनाक एनीमिया, गीत, गजल, व्यंग्य ,लंगोटान्दोलन आदि का भरपूर समावेश
बस रोना ही है इस महगाई मे
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