tag:blogger.com,1999:blog-2685100446913358509.post5501997192017524840..comments2023-11-07T02:29:58.024-08:00Comments on हिन्दी काव्य मंच: उम्मीदप्रदीप मानोरियाhttp://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2685100446913358509.post-13429675683847852152008-09-02T02:34:00.000-07:002008-09-02T02:34:00.000-07:00झुकी पलकें हँसी लव पे हया गालों पे छाई है ,प्यार अ...झुकी पलकें हँसी लव पे हया गालों पे छाई है ,<BR/>प्यार अब हो ही जायेगा, यही उम्मीद बाकी है<BR/>यह ग़ज़ल अभी हिन्दयुग्म के पॉडकास्ट कविसम्मेलन भाग २ में सूनी थी बहुत यथार्थ हैamithttps://www.blogger.com/profile/15459034891774034256noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2685100446913358509.post-1398680426120291552008-08-27T09:03:00.000-07:002008-08-27T09:03:00.000-07:00धडकने दिल की तय हैं नहीं है एक भी ज्यादा ,पास अब आ...धडकने दिल की तय हैं नहीं है एक भी ज्यादा ,<BR/>पास अब आखिरी धडकन ,नहीं उम्मीद बाकी है /<BR/>झुकी पलकें हँसी लव पे हया गालों पे छाई है ,<BR/>प्यार अब हो ही जायेगा, यही उम्मीद बाकी <BR/>bahut sundar likha hai. badhayi.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.com